Omkar anandi anant ….Marathi prarthana

ॐकार अनादि अनंत अथांग अपरंपार

ॐकार अनादि अनंत अथांग अपरंपार

नादब्रह्म परमेश्वर सगूण रूप साकार


सूर स्पर्श सूर श्रवण
स्वरगंधित आश्वासन
तिमिराच्या गर्भी स्वर तेजोमय हुंकार

सूर साध्य स्वर साधन
सूर रूप स्वर दर्पण
स्वर भाषा स्वर चिंतन स्वर विश्वाकार

सप्तसूर स्वर्ग सात
स्वर सांत्वन वेदनांत
सुखनिधान संजीवक शाश्वत अमृतधार

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